
दलितों का कथित मसीहा बनने वाले चन्द्रसेखर रावण ने कोरोना संकट के दौर में 1 भी गरीब दलित को न 1 पैसे की मदद की है, न ही किसी के घर राशन ही पहुंचाया है, पर हां ये कदाचित अपने असल काम यानि दंगे फसाद मचाने की पूरी तैयारी कर रहा है
चन्द्रसेखर रावण सोशल मीडिया के जरिये साम्प्रदायिकता फैलाने के लिए फेक न्यूज़ फैला रहा है, इसकी पूरी भी सोशल मीडिया पर यही काम कर रही है, साथ ही साथ ये अपने हैंडल से भी सांप्रदायिक फेक न्यूज़ फैलाता देखा गया
चन्द्रसेखर रावण ने आज फेक न्यूज़ फैलाई की - एक जमाती जो की दिल्ली से आया उसे लोगो (हिन्दुओ) ने पीट पीट कर मार डाला, ये खबर पूरी तरह से फेक है पर इसे फैलाने के बाद चन्द्रसेखर रावण ने अपना त्वीट डिलीट कर दिया, ताकि सबूत मिटा सके पर इसका स्क्रीनशॉट मौजूद है
ये इसका त्वीट है और त्वीट का URL ये है जो इसने डिलीट कर दिया है - https://twitter.com/BhimArmyChief/status/1248187494216028160
इसने त्वीट करके ये खबर फैलाई की जमात से लौटे महबूब अली नाम के मुसलमान को पीट पीट कर मार डाला गया, ये बताना चाहता है की हिन्दुओ ने एक मुसलमान की लिंचिंग कर दी
इसकी टीम ने भी सोशल मीडिया पर ये फेक न्यूज़ तेजी से फैलाया, थोड़ी देर त्वीट और पोस्ट्स को रखने के बाद इसकी टीम ने सब पोस्ट और त्वीट डिलीट कर दिए, पर तबतक ये व्हाट्सऐप और हर जगह फैलाया जा चूका है
चन्द्रसेखर रावण की इस हरकत से साफ़ होता है की ये मुस्लिम बहुल इलाकों में मुसलमानों को भड़का कर हिन्दुओ पर हमले करवाने की प्लानिंग में है, ताकि मौलाना साद और तबलीगी जमात से देश का ध्यान भटक जाए और देश दंगे फसाद में लग जाये, इसी कारण रावण और इसकी टीम फेक न्यूज़ फैलाकर देश का माहौल बिगाड़ने में लगी है