सोनिया गाँधी का असली नाम बताने को लेकर मुंबई पुलिस ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी के खिलाफ केस दर्ज कर उनसे 12 घंटों से भी ज्यादा देर तक पूछताछ की ये तो एक बात है, वहीँ दूसरी तरह खुद को पत्रकार कहने वाले राजदीप सरदेसाई ने खुलकर आतंकवादियों का समर्थन किया जिसपर अबतक सरदेसाई पर कोई कार्यवाही नहीं हुई
गौतम नवलखा नाम के आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है, इस आतंकवादी पर कई तरह के गंभीर अपराध है और तमाम विडियो मौजूद है जिसमे ये आतंकवादी भारत में आतंकवाद का समर्थन कर रहा है और साथ ही भारत में हमले के लिए नक्सलियों को उकसा रहा है
एक विडियो में नवलखा कह रहा है की - नक्सलियों को हथियार बिलकुल नहीं छोड़ना चाहिए, उनको हथियार के बल पर अपनी बात मनवानी चाहिए, उनको नेपाल के माओइस्ट्स से सीखना चाहिए और हथियार बिलकुल नहीं छोड़ना चाहिए
नवलखा कहता है की अगर नक्सली हथियार छोड़ देंगे तो ये बिलकुल गलत होगा, उनकी बातें सिर्फ तभी मानी जाएँगी जब वो खुद को हथियारों के बल पर इतना मजबूत कर लेंगे, ये रहा एक विडियो जिसमे नवलखा अपने आतंकवादी बयानों की झड़ी लगा रहा है, पहले आप इसे देखिये उसके बाद आप सरदेसाई के कारनामे को देखेंगे
So is this the guy @sardesairajdeep defended yesterday?— Abhinav Khare (@iabhinavKhare) April 28, 2020
Video is self explanatory.
pic.twitter.com/d6UwvaS8ti
आप देख सकते है की आतंकवादी नवलखा किस तरह भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए नक्सलियों को कह रहा है, हथियार के बल पर आतंक मचाने का सन्देश दे रहा है, ये आतंकवादी अब गिरफ्तार है, अब आप देखिये सरदेसाई का कारनामा
I hope one day India will stand up for jailed academic activists like Sudha Bharadwaj, Anand Teltumbde, Gautam Navlakha, and not for hate mongers, communal bigots, liars and plagiarists. Good night, shubhratri.— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) April 27, 2020
सरदेसाई कह रहा है की - इंडिया को गौतम नवलखा जैसे लोगो के साथ खड़ा हो जाना चाहिए, उनको जेलों में बंद कर दिया गया है, वो तो एक्टिविस्ट है, उनको जेलों से बाहर निकलवाना चाहिए
सरदेसाई जो खुद को पत्रकार कहता है वो खुल कर भारत के खिलाफ हिंसा आतंक का सन्देश देने वालो का समर्थन कर रहा है, अब सवाल ये है की इस सरदेसाई की गिरफ़्तारी कब होगी ताकि पता चल सके की नवलखा जैसे आतंकवादियों और नक्सलियों के साथ इसके क्या रिश्ते है और ये आखिर आतंकवादियों की पैरवी किस षड्यंत्र के तहत कर रहा है
सरदेसाई जो खुद को पत्रकार कहता है वो खुल कर भारत के खिलाफ हिंसा आतंक का सन्देश देने वालो का समर्थन कर रहा है, अब सवाल ये है की इस सरदेसाई की गिरफ़्तारी कब होगी ताकि पता चल सके की नवलखा जैसे आतंकवादियों और नक्सलियों के साथ इसके क्या रिश्ते है और ये आखिर आतंकवादियों की पैरवी किस षड्यंत्र के तहत कर रहा है