
चीन को लेकर अब दुनिया के कई देश काफी आक्रोशित है और जापान ने तो 8 अप्रैल को ही चीन पर बड़ी कार्यवाही का निर्णय कर लिया है, जापान की सरकार चीन से अपनी सभी कंपनियों को बाहर कर रही है, चीन को इस से लाखों करोड़ का नुक्सान 1 ही झटके में होगा
अब आज 10 अप्रैल को भारत के प्रधानमंत्री मोदी और जापानी प्रधानमंत्री आबे के बीच लम्बी बात हुई है, जानकारी के अनुसार दोनों नेताओं में कोरोना को लेकर ही बातचीत हुई और चीन को घेरने और सबक सिखाने को लेकर चर्चा हुई
ये भी जानकारी सामने आ रही है की जापान चीन से अपनी कंपनियों को बाहर करके उन्हें भारत में ला सकता है, हालाँकि अभी किसी भी बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है
The two leaders discussed global health&economic challenges emerging out of COVID-19 .Both leaders expressed appreciation for the support and facilitation provided during the present crisis to each other’s citizens present in their respective territories:PM Modi's Office https://t.co/wgvFeF8hAc— ANI (@ANI) April 10, 2020
मोदी -आबे की बातचीत काफी अहम् है क्यूंकि जानकर मान रहे है की जापान की कार्यवाही के बाद दुनिया के कई सारे देश भी चीन के खिलाफ ऐसी कार्यवाही कर सकते है जिनमे अमेरिका भी शामिल है
जापान दुनिया की आर्थिक महाशक्ति है, और उसकी काफी बड़ी बड़ी कम्पनियाँ चीन में मौजूद है, जापान कंपनियों को बाहर कर रहा है तो उसका देखा देखि अन्य देश भी ऐसा कर सकते है और ऐसे में वो कम्पनियाँ चीन से बाहर आकर भारत में भी आ सकती है, और अगर ऐसा होता है तो न केवल चीन को लाखों करोड़ का नुक्सान होगा बल्कि भारत को लाखों करोड़ का फायदा होगा
जापान दुनिया की आर्थिक महाशक्ति है, और उसकी काफी बड़ी बड़ी कम्पनियाँ चीन में मौजूद है, जापान कंपनियों को बाहर कर रहा है तो उसका देखा देखि अन्य देश भी ऐसा कर सकते है और ऐसे में वो कम्पनियाँ चीन से बाहर आकर भारत में भी आ सकती है, और अगर ऐसा होता है तो न केवल चीन को लाखों करोड़ का नुक्सान होगा बल्कि भारत को लाखों करोड़ का फायदा होगा