
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक अपील पर देश की जनता ने PM CARES फंड में जमकर दान दिया है, जनता ने PM CARES में 1 ही हफ्ते में 6 हज़ार 500 करोड़ रुपए का दान दिया है और ये दान अभी भी जारी है
किसी ने 10 रुपए तो किसी ने 1500 करोड़, कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगो ने ये धन प्रधानमंत्री को दिया है, इस धन का इस्तेमाल स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल स्टाफ पर किया जाना है
1 हफ्ते में PM CARES फंड में इतना पैसा आया है जितना PMNRF यानि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष में 2 साल में भी नहीं आया, पर PM CARES में आये इस फंड पर अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी की नजर पड़ चुकी है
Transfer all money under 'PM Cares' fund to 'Prime Ministers National Relief Fund' for efficiency, transparency, accountability: Sonia to PM— Press Trust of India (@PTI_News) April 7, 2020
सोनिया गाँधी ने मांग की है की PM CARES फंड में जो भी पैसा आया है उसे तुरंत PMNRF में डाला दिया जाये, अब इसके पीछे जो कारण है वो भी आप समझ लीजिये
दरअसल PMNRF एक ट्रस्ट है, और इसका निर्माण जवाहर लाल नेहरू ने अपने ज़माने में किया था, इस ट्रस्ट की खास बात ये है की इसे मैनेज करने के लिए कई लोगो की टीम होती है, प्रधानमंत्री के अलावा इस टीम में कांग्रेस अध्यक्ष भी होता है, इसके अलावा कई अन्य लोग भी होते है
वहीँ PM CARES फंड में किसी राजनितिक पार्टी का कोई नेता नहीं होता इसमें सिर्फ प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, वित्त मंत्री और गृहमंत्री होते है, इसके अलावा किसी राजनितिक पार्टी का PM CARES फंड में कोई रोल नहीं है, बीजेपी अध्यक्ष का भी इसमें कोई रोल नहीं है
अब अगर सारा पैसा PM CARES फंड में ही रहा तो सोनिया गांधी टीम से बाहर होगी, परन्तु अगर पैसा PMNRF में आ जाता है तो फिर सोनिया गाँधी भी फंड मैनेज करने वालो में शामिल हो जाएगी, क्यूंकि वो कांग्रेस की अध्यक्ष है, और सोनिया अगर कांग्रेस की अध्यक्ष न भी हो तो कांग्रेस का अध्यक्ष सोनिया गाँधी की पसंद का ही होता है यानि सोनिया गाँधी का ही कण्ट्रोल होता है
अब PM CARES फंड में सोनिया गाँधी है नहीं इसी कारण वो चाहती है की पैसा PMNRF फंड में डाल दिया जाये, ताकि सोनिया गाँधी भी इस पैसे को मैनेज करने वालो में शामिल हो सके