दुनिया में कोरोना नाम की महामारी फैलाने के पीछे सिर्फ चीन का हाथ नहीं है बल्कि इसमें WHO और उसके अध्यक्ष Tedros Adhanom का भी बहुत बड़ा हाथ है
चीन ने अपने लैब में इस वायरस को बनाया, ताइवान जैसे देश ने नवम्बर 2019 में ही WHO से चीन की शिकायत की ये सोचकर की WHO पुरे विश्व का संगठन है, वो विश्व की चिंता करेगा और दुनिया भर में अलर्ट जारी करेगा
पर WHO ने दुनिया को सचेत करने के स्थान पर 14 जनवरी को ये बयान जारी किया की चीन में ऐसा कोई वायरस नहीं है जिस से किसी को खतरा है, WHO ने क्लीन चिट दे दी, और इसके पीछे WHO के अध्यक्ष Tedros Adhanom का हाथ था जो की खुद एक कुख्यात वामपंथी नेता रहे है
अब कोरोना वायरस का सबसे बड़ा पीड़ित इस दुनिया में खुद अमेरिका है जहाँ 26 हज़ार अमेरिकी लोगो की जान जा चुकी है, इसके अलावा 7 लाख के आसपास अमेरिकी अबतक इस वायरस से ग्रसित हो गए है
अमेरिकी सरकार अब चीन और WHO को लेकर काफी सख्त हो चुकी है और तरह तरह के एक्शन करने की तैयारी कर रही है और अब चीन से पहले अमेरिका ने WHO पर सख्त एक्शन लिया है
दरअसल अमेरिका WHO को सबसे ज्यादा फण्ड देता है और इसी फण्ड से WHO के अधिकारी और कर्मचारी ऐश की जिंदगी जीते है, अब ट्रम्प ने इन लोगो पर हथोडा चला दिया है और WHO की फंडिंग रोक दी है
ट्रम्प का कहना है की WHO को फंडिंग किस बात की दी जाये, ये संस्था अपना काम नहीं करती, इस संस्था ने दुनिया को सचेत करने की जगह चीन को ही क्लीन चिट दे दी थी, तो ऐसी संस्था जो की बिलकुल नाकारा है उसे किस बात की फंडिंग दी जायेPresident @realDonaldTrump is halting funding of the World Health Organization while a review is conducted to assess WHO's role in mismanaging the Coronavirus outbreak. pic.twitter.com/jTrEf4WWj0— The White House (@WhiteHouse) April 14, 2020
बता दें की अमेरिकी सरकार अब WHO के बाद चीन के खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी में है, जानकर ये मान रहे है की कोरोना पर थोडा कण्ट्रोल होने के बाद अमेरिका और यूरोप दोनों मिलकर चीन पर कठोर कार्यवाही का मन बना चुके है, कार्यवाही आर्थिक और सैन्य दोनों तरह की हो सकती है