
जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से वही सब देखने के लिए सामने आ रहा है जो यहाँ पहले दशको तक होता रहा है
आतंकवाद की घटनाएं अब पहले जैसे ही होने लगी है, आतंकवादियों की घुसबैठ, आतंकवादियों की गतिविधियाँ, सुरक्षाबलों पर हमले
साथ ही साथ पहले की तरह की मुस्लिम भीड़ का जमा होकर बाहर निकलना, सुरक्षाबलों पर पत्थर चलाना, इस्लामी नारेबाजी करना
ये सबकुछ पहले के दृश्य थे और फिर से दिखाई देने लगे है, पर धारा 370 के हटने के बाद से ये दृश्य गायब हो चुके थे, पर अब फिर दिखाई दे रहे है और इस बीच एक चीज नोट की जानी चाहिए
धारा 370 के हटने के बाद से कश्मीर शांत था और उस समय उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती दोनों ही हाउस अरेस्ट में थे
कुछ ही दिनों पहले उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती आजाद किये गए है, और कश्मीर में फिर मुस्लिम भीड़ द्वारा जिहाद, आतंकवादियों द्वारा हमले, पत्थरबाजी इत्यादि सबकुछ दिखाई देने लगा है
अब किसी भी व्यक्ति के पास थोडा भी दिमाग हो तो वो दिमाग का इस्तेमाल करना ज्यादा मुस्किल नहीं हैफारुख और उमर अब्दुल्ला तथा मेहबूबा के रिहा होते ही आतंकवादी हमले शुरू हो गये ?— Ashok Singh 🇮🇳#StayHomeSaveLives (@TheAshoksWorld) May 7, 2020
ये महज़ संयोग है या प्रयोग ???