
भारत और हिन्दू समाज के प्रति इनकी घृणा ही ऐसी है की ये भारत देश के भले की हर चीज का विरोध करने पर उतर जाते है, भले ही चीन अपने यहाँ मुसलमानो पर कितना भी अत्याचार करता हो पर भारत के मजहबी उन्मादियों और पाकिस्तानियों की मानसिकता ही ऐसी है की अगर भारत से चीन विरोध होता है तो ये चीन के पक्ष में में उतर जाते है
जम्मू कश्मीर का उन्मादी उमर अब्दुल्ला इस बात पर भड़क उठा की भारत में लोग चीन के बहिष्कार की मांग क्यों कर रहे है
दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर चीनी प्रोडक्ट्स के बहिष्कार की मांग जोर पकड़ रही है, लोग चीन का बायकाट करना चाहते है ताकि चीन तक भारत का पैसा न पहुंचे
पिछले दिनों भारतीय नागरिक मिलिंद सोमन ने अपना टिक टोक अकाउंट डिलीट कर दिया क्यूंकि टिक टोक चीनी ऐप है, उन्होंने बताया की उन्होंने अपना टिक टोक बंद कर दिया और वो चीनी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करेंगे
इसपर उमर अब्दुल्ला किस प्रकार भड़का ये आप देखिये
Problem solved. #TikTok will now make sure #China vacates the area it has occupied in #Ladakh. pic.twitter.com/UbIsRyfaIt— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 30, 2020
उमर अब्दुल्ला भड़कते हुए बोला की - टिक टोक के बायकाट से क्या चीन लद्दाख की कब्जाई हुए भूभाग को वापस कर देगा
अब्दुल्ला कहना चाहता है की चीनी प्रोडक्ट्स के बहिष्कार से कुछ नहीं होने वाला, इसी कारण चीनी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते रहना चाहिए, बहिष्कार की कोई जरुरत नहीं है
यहाँ आपको बता दें की चीनी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल करने से भी चीन लद्दाख का हिस्सा वापस नहीं करेगा, पर अगर आप उसका प्रोडक्ट इस्तेमाल करते रहेंगे तो हां वो आपके देश से मोटा पैसा जरूर कमायेगा, लोगो चीन की कमाई को बंद करना चाहते है, पर अब्दुल्ला जैसे लोग भारत और हिन्दू समाज से इतनी घृणा करते है की ये चीनी प्रोडक्ट्स के समर्थन में खड़े हो गए
अब्दुल्ला कहना चाहता है की चीनी प्रोडक्ट्स के बहिष्कार से कुछ नहीं होने वाला, इसी कारण चीनी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते रहना चाहिए, बहिष्कार की कोई जरुरत नहीं है
यहाँ आपको बता दें की चीनी प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल करने से भी चीन लद्दाख का हिस्सा वापस नहीं करेगा, पर अगर आप उसका प्रोडक्ट इस्तेमाल करते रहेंगे तो हां वो आपके देश से मोटा पैसा जरूर कमायेगा, लोगो चीन की कमाई को बंद करना चाहते है, पर अब्दुल्ला जैसे लोग भारत और हिन्दू समाज से इतनी घृणा करते है की ये चीनी प्रोडक्ट्स के समर्थन में खड़े हो गए