मुंबई पुलिस सुशांत मर्डर केस में अब खुद ही संदिग्ध बन चुकी है, इतने सारे सबूत सामने आ चुके है, सुशांत के बैंक अकाउंट में हेर फेर के मामले में भी सामने आ चुके है, ED भी केस दर्ज कर चुकी है, बिहार पुलिस भी केस दर्ज कर चुकी है पर जिस मुंबई में सुशांत का मर्डर किया गया उस मुंबई पुलिस ने आजतक 1 केस तक दर्ज नहीं किया
आज मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के लोगो पर ही सवाल उठा दिए, साथ ही उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के केस को सुसाइड का केस घोषित कर दिया, यानि जांच की जरुरत ही क्या है सुशांत ने तो सुसाइड किया था, फाइल बंद कर दो
अब इस मुंबई पुलिस कमिश्नर का इतिहास भी आपको जानना चाहिए जो की इतने सबूतों के बाद भी सुशांत के केस को सुसाइड घोषित कर रहे है और बिहार की पुलिस को जांच भी नहीं करने दे रहे
सोनिया गाँधी की जब केंद्र में सरकार थी अब सोनिया सरकार ने एक प्रोजेक्ट लांच किया था, इस प्रोजेक्ट के तहत हिन्दुओ को आतंकवादी घोषित किया जाना था इसके बाद एक बिल लाया जाना था जिसमे हिन्दुओ को दंगाई और सांप्रदायिक घोषित किया जाना था, यानि दंगा कहीं भी हो, कोई भी करे जिम्मेदार स्थानीय हिन्दू ही माने जायेंगे
इस प्रोजेक्ट के तहत कई हिन्दुओ को गिरफ्तार किया गया था, हिन्दू संगठनो को आतंकवादी संगठन बताया जाता था, और सरकार के मंत्री खुद भगवा आतंकवाद की बात करते थे, इसी कड़ी में साध्वी प्रज्ञा को भी गिरफ्तार किया गया था
सोनिया गाँधी की जब केंद्र में सरकार थी अब सोनिया सरकार ने एक प्रोजेक्ट लांच किया था, इस प्रोजेक्ट के तहत हिन्दुओ को आतंकवादी घोषित किया जाना था इसके बाद एक बिल लाया जाना था जिसमे हिन्दुओ को दंगाई और सांप्रदायिक घोषित किया जाना था, यानि दंगा कहीं भी हो, कोई भी करे जिम्मेदार स्थानीय हिन्दू ही माने जायेंगे
इस प्रोजेक्ट के तहत कई हिन्दुओ को गिरफ्तार किया गया था, हिन्दू संगठनो को आतंकवादी संगठन बताया जाता था, और सरकार के मंत्री खुद भगवा आतंकवाद की बात करते थे, इसी कड़ी में साध्वी प्रज्ञा को भी गिरफ्तार किया गया था
मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह वही है जिन्होंने साध्वी प्रज्ञा को गिरफ्तार किया था, साध्वी प्रज्ञा ने अपने ऊपर हुए पुलिस के अत्याचार के बारे में खुलकर कई बार बोला है, उनपर अत्याचार करने वालो में पूर्व ATS प्रमुख हेमंत करकरे प्रमुख थे, और उनके अलावा साध्वी प्रज्ञा ने परमवीर सिंह का भी नाम कई बार बताया है
Parambir Singh is the same officer who harassed Sadhvi Pragya in Thane jail.— Prashant Patel Umrao (@ippatel) August 3, 2020
He is close to pawar. He is manipulating things to save Baby Penguin in Sushant Singh Case.
Justice can be done only by CBI Inquiry.#MahaGovtExposedInSSRCase
महाराष्ट्र के ठाणे जेल के अन्दर परमवीर सिंह ने साध्वी प्रज्ञा को टॉर्चर किया था और उन्हें आतंकवादी साबित करने की कोशिश की थी, हालाँकि कई साल साध्वी को टॉर्चर करने के बाद भी उनके खिलाफ परमवीर सिंह की टीम सबूत नहीं खोज सकी और सालों तक कोर्ट में एक चार्जशीट तक दाखिल नहीं कर सकी, बाद में कांग्रेस की सरकार ख़त्म हुई तो साध्वी जेल से रिहा हो सकी और अब वो लोकसभा की सांसद है, पर उन्हें आतंकवादी साबित करने के लिए परमवीर सिंह ने पूरी ताकत लगा दी थी
अब यही परमवीर सिंह सुशांत केस को सुसाइड घोषित कर रहे है और साथ ही बिहार से आई पुलिस की टीम को काम भी नहीं करने दे रहे