मजहबी उन्मादियों ने फिर एक बार साबित कर दिया की इन्हें भारत के संविधान और सुप्रीम कोर्ट पर कोई भरोसा नहीं है, ये पहले कहा करते थे की ये आंबेडकर के संविधान और भारत के सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा करेंगे और सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मसले पर जो फैसला देगा उसे मान लिया जायेगा
कोर्ट ने सारे सबूत देखे और फैसला राम मंदिर के पक्ष में दिया, अब राम मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू हो गया तो यही मजहबी उन्मादी बाबरी मस्जिद की मांग करने लगे
हैदराबाद के लोकसभा सांसद ओवैसी ने भी मजहबी उन्माद का प्रदर्शन किया और राम मंदिर के पुनर्निर्माण पर बाबरी मस्जिद की बात की, वो बाबरी मस्जिद जिसे आतंकवादी बाबर और मीर बांकी ने राम मंदिर तोड़कर बनाया था
ओवैसी ने कहा की - बाबरी मस्जिद थी और हमेशा रहेगी, लोगो ने भी ओवैसी को जवाब देने में देरी नहीं की और कहा की - ऐसा ही त्वीट तू काशी और मथुरा के लिए भी ड्राफ्ट कर ले
लोगो ने कहा की अयोध्या तो झांकी है अभी काशी मथुरा और ओवैसी तेरी घर वापसी बाकी है, देखिये
मियां @asadowaisi अयोध्या तो एक झांकी है, अभी मथुरा, काशी और तुम्हारी घर वापसी भी बाकी है ।।#JaiShriRam— ROHIT CHAHAL (@rohit_chahal) August 5, 2020
हमारी आस्था पर तुमने चलाया खूब हथौड़ा था— Akshay (@avna_kshay) August 5, 2020
492 साल पहले तुमने उस मंदिर को तोड़ा था
कभी जिसने पूरे विश्व घुमाया अश्वमेघ का घोड़ा था
अयोध्या के उस राजा को तम्बू में लाकर छोड़ा था
अयोध्या के अपमान का बदला हमने चुकाया है
रुको जरा, अगला काशी मथुरा का नंबर आया है
ऐसा ही मथुरा और काशी के लिए ट्वीट ड्राफ्ट करले— How Dare You Isolated Monk ? (@IsolatedMonk) August 5, 2020
बता दें की अयोध्या की तरह ही इस्लामिक आतंकवादियों ने काशी और मथुरा में भी मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद बनाई थी, आज भी इन स्थानों की मुक्ति बाकी है
इसके अलावा ओवैसी के पूर्वज भी हिन्दू थे, ओवैसी खुद को भले अरबी मुसलमानों की औलाद बताये पर इसके पूर्वज भी हिन्दू ही थे और लोगो ने ओवैसी को घर वापसी के लिए कह दिया है
इसके अलावा ओवैसी के पूर्वज भी हिन्दू थे, ओवैसी खुद को भले अरबी मुसलमानों की औलाद बताये पर इसके पूर्वज भी हिन्दू ही थे और लोगो ने ओवैसी को घर वापसी के लिए कह दिया है