ये अपराध की घटना बिलकुल नहीं है, ये मजहबी उन्माद और जिहाद की घटना है, सेकुलरिज्म के चक्कर में इस तरह की आतंकवाद की घटना को मात्र अपराध की घटना बनाकर पेश कर दिया जाता है, हरियाणा के फरीदाबाद में हाल ही में निकिता तोमर नाम की एक जाट हिन्दू लड़की को मौत के घाट उतारा गया वो भी सरेआम बीच सड़क पर
अब इसके बाद पड़ोस में ही उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक हिन्दू बेटी को उठाने की कोशिश हुई, ये तो बेटी की किस्मत अच्छी थी जो वो बच गयी
हिन्दू बेटी पढाई के लिए कोचिंग गयी थी, कोचिंग क्लास ख़त्म हुई तो वो ऑटो से वापस घर आने लगी, आपके घर परिवार की बेटियां भी इस तरह स्कुल, कॉलेज, कोचिंग से आती होंगी
शाहरुख़ ने देखा की हिन्दू लड़की जा रही है तभी उसने मन बना लिया की आज इसे उठाऊंगा और नोचुंगा
शाहरुख़ ने हिन्दू बेटी को दबोचने और उठाकर ले जाने की कोशिश की, पर लड़की के विरोध और भीड़ की वजह से वो कामयाब नहीं हो सका, फिर शाहरुख़ मौके से भाग गया
मामला पुलिस के पास पहुंचा, गनीमत है की फ़िलहाल यूपी में योगी सरकार है, सरकार ने पहले से ही रोमियो स्क्वाड बना रखा है तो पुलिस भी मुस्तैद रहती है, पुलिस ने तुरंत कार्यवाही की और 24 घंटों के भीतर ही शाहरुख़ को दबोच लिया
थाना पिलखुवा क्षेत्रान्तर्गत कल छात्रा के साथ घटित घटना के सम्बन्ध में थाना पिलखुवा #hapurpolice ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी शाहरुख को किया गिरफ्तार।@Uppolice @adgzonemeerut @igrangemeerut @News18UP @bstvlive @News1IndiaTweet @r9_tv pic.twitter.com/lGvbKSvT8h
— HAPUR POLICE (@hapurpolice) October 30, 2020
हिन्दू बेटी की किस्मत अच्छी थी जो वो बच गयी अन्यथा एक और हिन्दू बेटी का शिकार कर लिया जाता और इसे मात्र अपराध की एक घटना बताकर पल्ला भी झाड लिया जाता
हापुड़ पुलिस ने त्वीट कर बताया है की उन्होंने "मुख्य आरोपी" शाहरुख़ को गिरफ्तार किया है यानि इस घटना में शाहरुख़ के और साथी भी शामिल थे, अकेले सड़क से किसी लड़की को उठाना मुश्किल है, ऐसे काम में 2-4 लोग कम से कम शामिल होते ही है, निकिता तोमर के केस में भी तौसिफ के साथ उसका एक और मजहबी साथी शामिल था, मुख्य आरोपी शाहरुख़ तो दबोच लिया गया, कदाचित इस मामले में और भी गिरफ्तारियां आने वाले समय में सामने आये